हल्द्वानी में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का चौंकाने वाला खुलासा



हल्द्वानी की शांत वादियों में एक ऐसी घटना ने हड़कंप मचा दिया, जिसने पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया। दसवीं कक्षा की एक मासूम छात्रा सोशल मीडिया की चमक-दमक में छिपे छलावे का शिकार बन गई। इस जघन्य अपराध के मुख्य आरोपी राहुल को पुलिस ने धर दबोचा, जो इस दुखद कहानी में न्याय की ओर पहला कदम है। राहुल ने इंस्टाग्राम के जरिए छात्रा से दोस्ती का नाटक रचा। प्यार और विश्वास का झूठा जाल बुनकर उसने 6 अप्रैल को उसे एक बैंक्वेट हॉल में बुलाया। वहां, जो शुरू हुआ एक सामान्य मुलाकात के रूप में, वह जल्द ही एक भयावह दुःस्वप्न में बदल गया। राहुल ने कथित तौर पर छात्रा के साथ दुष्कर्म किया, और उसके बाद उसके साथियों, दीशू और सचिन ने भी इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया। यह दर्दनाक सच्चाई तब सामने आई, जब छात्रा का रोना और राहुल से फोन पर बातचीत उसके परिवार के कानों तक पहुंची। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राहुल को मुखानी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से पूछताछ के लिए एक दिन की हिरासत मिली। अन्य दो आरोपी, दीशू और सचिन, अभी फरार हैं, और पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। इस मामले में दुष्कर्म और नाबालिगों के खिलाफ अपराध से संबंधित कानूनों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह घटना डिजिटल दुनिया के खतरों की एक डरावनी याद दिलाती है, जहां भरोसा एक खतरनाक हथियार बन सकता है। छात्रा की हिम्मत ने हल्द्वानी में सुरक्षा और सतर्कता को लेकर एक गहरी चर्चा छेड़ दी है। समुदाय उसके साथ खड़ा है, और पुलिस सभी दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कहानी परिवारों में खुली बातचीत और युवाओं को ऑनलाइन जोखिमों के प्रति जागरूक करने की जरूरत को रेखांकित करती है। भले ही इस घाव के निशान गहरे हों, लेकिन न्याय की उम्मीद और समुदाय का साथ इस दर्द को हल्का करने की राह दिखाता है। (शब्द संख्या: 320) सोशल मीडिया सुरक्षा साइबर अपराध कानून और संक्षिप्त बनाएं

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