बिहार के विकास की नई राह पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे को मिली मंजूरी


बिहार के विकास की नई राह पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे को मिली मंजूरी

बिहार के बुनियादी ढांचे को एक नई दिशा मिलने जा रही है! सरकार ने पटना और सासाराम को जोड़ने वाले अत्याधुनिक चार-लेन एक्सप्रेसवे को मंजूरी दे दी है, जिससे यात्रा और व्यापार को नई रफ्तार मिलेगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹3,712.40 करोड़ है, और इसका उद्देश्य यात्रा समय को कम करना, ट्रैफिक को आसान बनाना और लाखों लोगों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है।

तेज और सुगम यात्रा

वर्तमान में, सासाराम, आरा और पटना के बीच यात्रा करना काफी समय लेने वाला है, जहां भारी ट्रैफिक के कारण 3-4 घंटे लग जाते हैं। 120.10 किमी लंबे इस नए कॉरिडोर के निर्माण से यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और एक सुविधाजनक, तेज़ और सुरक्षित मार्ग उपलब्ध होगा।

बिहार के विकास के लिए स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर

इस परियोजना को हाइब्रिड वार्षिकी मॉडल (HAM) के तहत विकसित किया जाएगा, जिसमें ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड दोनों तरह के हाईवे शामिल होंगे। एक नया सड़क मार्ग तैयार किया जाएगा और 10.6 किमी की मौजूदा सड़कों को अपग्रेड किया जाएगा, जिससे आरा, गरहनी, पीरो, बिक्रमगंज, मोकर और सासाराम जैसे प्रमुख शहरी क्षेत्रों में सुचारू यातायात सुनिश्चित किया जाएगा।

यह एक्सप्रेसवे कई राष्ट्रीय राजमार्गों—NH-19, NH-319, NH-922, NH-131G और NH-120—से जुड़ेगा, जिससे औरंगाबाद, कैमूर और पटना जैसे प्रमुख शहरों तक आसान पहुंच होगी। यह वाणिज्यिक और व्यक्तिगत यात्रा दोनों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।

अर्थव्यवस्था और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

यह कॉरिडोर केवल ट्रैफिक समस्या का समाधान नहीं करेगा, बल्कि बिहार के आर्थिक विकास के नए द्वार भी खोलेगा। यह प्रमुख परिवहन हब से जुड़कर चार रेलवे स्टेशनों—सासाराम, आरा, दानापुर और पटना—के साथ-साथ पटना के इनलैंड वाटर टर्मिनल को भी कनेक्ट करेगा। इसके अलावा, यह जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और आगामी बिहटा हवाई अड्डे तक पहुंच को बेहतर बनाएगा, जिससे बिहार के ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को मजबूती मिलेगी।

रोजगार सृजन भी इस परियोजना का एक अहम पहलू है, जिससे लगभग 48 लाख कार्य-दिवस (मैन-डेज़) के अवसर उपलब्ध होंगे। इस कॉरिडोर का विकास आत्मनिर्भर भारत के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिससे सामाजिक और आर्थिक प्रगति को गति मिलेगी और बिहार में निवेश आकर्षित होगा।

उज्ज्वल भविष्य की ओर

इस परियोजना के पूरा होने पर, पटना-आरा-सासाराम कॉरिडोर बिहार की कनेक्टिविटी को एक नया आयाम देगा और लखनऊ, रांची और वाराणसी जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट व्यापार को गति देगा, लॉजिस्टिक्स को बेहतर बनाएगा और लाखों लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाएगा। यह बिहार के लिए विकास और समृद्धि का नया युग लेकर आएगा।

 

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