खालिस्तानी नेटवर्क के खिलाफ NIA का एक्शन, देहरादून के आर्म्स डीलर के घर मारा छापा



भारत सरकार ने खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है, और इसके लिए सरकारी जांच एजेंसी एनआईए (NIA) सक्रिय रूप से कार्रवाई कर रही है। एकता और अखंडता के विरुद्ध उठने वाली आवाजों को दबाने के उद्देश्य से, एनआईए ने देशभर में कई स्थानों पर छापेमारी की है।

उत्तराखंड में भी इस क्रम में बुधवार को एनआईए ने छापेमारी की। देहरादून और अन्य कई प्रमुख शहरों में एनआईए की कार्रवाई ने सुरक्षा बलों की तत्परता को दर्शाया है। सूत्रों के अनुसार, ये छापेमारी खालिस्तानी समर्थकों और उनके नेटवर्क की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए की गई हैं।

एनआईए की टीम ने विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें संदिग्ध व्यक्तियों के घरों और प्रतिष्ठानों को शामिल किया गया। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य उन लोगों को पकड़ना है जो देश की एकता और अखंडता के खिलाफ काम कर रहे हैं।

छापेमारी के दौरान, एनआईए ने कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और सामग्री जब्त की, जो खालिस्तानी समर्थकों के गतिविधियों को दर्शाती है। इस दौरान कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि देश की सुरक्षा और एकता सर्वोच्च प्राथमिकता है, और किसी भी तरह की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं। एनआईए के प्रवक्ता ने कहा है कि वे खालिस्तानी समर्थकों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं और जरूरत पड़ने पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

इस कड़ी कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि भारत सरकार किसी भी प्रकार के अलगाववादी और आतंकवादी विचारधाराओं के खिलाफ सख्त है। स्थानीय नागरिकों ने भी एनआईए की कार्रवाई का समर्थन किया है और उम्मीद जताई है कि ऐसे कदमों से देश में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

भारत सरकार का यह निर्णय न केवल खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ बल्कि सभी तरह के आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ एक संदेश है कि किसी भी प्रकार की हिंसा और भड़काऊ गतिविधियों को सहन नहीं किया जाएगा। एनआईए की यह कार्रवाई एक नए चरण की शुरुआत है, जहां सुरक्षा बल राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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